रोना तो कमजोरी की ही निशानी है। और रुलाना औरों को बेईमानी है। तुम कर्तव्य से विचलित होते नहीं। क्... रोना तो कमजोरी की ही निशानी है। और रुलाना औरों को बेईमानी है। तुम कर्तव्य से व...
लोकतंत्र के महापर्व का आओ हम सम्मान करें। लोकतंत्र के महापर्व का आओ हम सम्मान करें।
मेरा तेरा करने से ही आती फिर कंगाली है मोह माया में बंध कर जीवन में होती बदहाली है जात धर्म का भेद... मेरा तेरा करने से ही आती फिर कंगाली है मोह माया में बंध कर जीवन में होती बदहाली...
तिरंगे की लाज रखते-रखते प्राण अपने न्योछावर करके भारत के लाल कहलाते हो ! तिरंगे की लाज रखते-रखते प्राण अपने न्योछावर करके भारत के लाल कहलाते हो !
तिरंगा फहर रहा है, की आज भारत अपना संवर रहा है तिरंगा फहर रहा है, की आज भारत अपना संवर रहा है
राहू केतु के मंशाओं को ना हम कभी बढ़ने देंगे ! राहू केतु के मंशाओं को ना हम कभी बढ़ने देंगे !